UPPSC PCS, जिसे हम Uttar Pradesh Public Service Commission Combined State/Upper Subordinate Services Exam के नाम से भी जानते हैं। यह एक राज्यस्तरीय परीक्षा होती है और हर राज्य में पीसीएस का पेपर अलग-अलग होता है।
सरकारी नौकरी की आज के समय में कितनी डिमांड है ये तो हम सभी जानते हैं। लाखों युवा आज यूपी पीसीएस की तैयारी में लगे हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आज हम आपकी UP PCS Ki Taiyari को थोड़ा और सरल बनाने के लिए इस पोस्ट के ज़रिए कुछ ऐसे ज़रूरी टिप्स बताएंगे जो आपको यूपी पीसीएस के एग्जाम को क्लियर करने में मदद करेंगे।
UPPCS परीक्षा क्या है?
“यूपी पीसीएस, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग संयुक्त राज्य/उपर अधीनस्थ सेवा परीक्षा है। यह उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में अधिकारी बनने के लिए आयोजित की जाने वाली एक प्रतिष्ठित परीक्षा है। यह परीक्षा साल में एक बार आयोजित की जाती है।
पीसीएस की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार को राजस्व विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग, पुलिस विभाग, विकास विभाग, आबकारी विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य सरकारी विभागों में राज्य सेवा और समाज सेवा करने का अवसर मिलता है।”
UP PCS Ki Taiyari Kaise Karen?
पीसीएस लेवल एग्जाम की तैयारी 12वी के बाद से करनी शुरू कर देनी चाहिए क्युकी यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एग्जाम है तो इसका लेवल काफ़ी अच्छा होता है। इस परीक्षा की तैयारी कैसे और किस तरह करे उसके लिए हम आगे आपको बताइयेंगे की किन चीज़ो को फ़ॉलो करके आप सफलता पा सकते है।
UP PCS Exam Syllabus in Hindi
किसी भी परीक्षा की तैयारी को मजबूत करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है उस परीक्षा के सिलेबस की पूरी जानकारी होना। यूपीपीसीएस एग्जाम मुख्यतः प्री और मैंस दो परीक्षाओं द्वारा आयोजित होता है और हम दोनों के सिलेबस के बारे में आपको बताएंगे।
UPPCS Pre Exam Syllabus- यूपी पीसीएस का प्री एग्जाम दो पेपर्स में होता है, सामान्य अध्ययन-1 (GS-I) और सामान्य अध्ययन-2 (GS-II)/CSAT.
UP PCS General Studies-I Syllabus
इसमें भारत और विश्व का इतिहास, भूगोल, भारतीय राजनीति और शासन, आर्थिक और सामाजिक विकास, पर्यावरण और पारिस्थितिकी, सामान्य विज्ञान, सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स जैसे विषय शामिल होते हैं। सभी विषयों की सूची नीचे दी गयी है।
UP PCS General Studies-II Syllabus
GS-2 के पेपर को CSAT (Civil Services Aptitude Test) भी कहा जाता है। UP PCS के इस पेपर में पूछे जाने वाले विषयों की जानकारी नीचे दी गई है।
I- Comprehension
II- निर्णय कौशल और समस्या-समाधान
III- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता।
IV- निर्णय लेना और समस्या का समाधान।
V- सामान्य मानसिक क्षमता
VI- प्राथमिक गणित कक्षा दस तक (अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और आँकड़े।)
VII- सामान्य अंग्रेजी (कक्षा दस तक)
VIII- सामान्य हिंदी (कक्षा दस तक)
UP PCS Mains Exam Syllabus
Mains में कुल 8 पेपर होते हैं। यह एक लिखित परीक्षा होती है, जिसका syllabus आपको नीचे दिया गया है।
I- सामान्य हिंदी
II- निबंध
III- सामान्य अध्ययन पेपर 1
IV- सामान्य अध्ययन पेपर 2
V- सामान्य अध्ययन पेपर 3
VI- सामान्य अध्ययन पेपर 4
VII- सामान्य अध्ययन पेपर 5- पेपर 5 और पेपर में UP राज्य से जुड़े किसी भी विषय के बारे में पूछा जा सकता है। अतः इन दो पेपरों के लिए आपको UP राज्य के बारे में गहनता से पढ़ाई करने की आवश्यकता होगी।
VIII- सामान्य अध्ययन पेपर 6
UPPCS Exam Pattern in Hindi
यूपी पीसीएस के Syllabus की जानकारी के बाद आइए अब जानते हैं इस परीक्षा के pattern के बारे में। परीक्षा के pattern को जानने से आप time management कर सकते हैं। यूपी पीसीएस परीक्षा मुख्यतः तीन चरणों मे आयोजित की जाती है जिसमे Prelims, Mains, तथा Interview होता है।
UPPSC PCS Prelims Exam Pattern
यह भर्ती प्रक्रिया का पहला और प्रारंभिक दौर है। यह एक वस्तुनिष्ठ प्रकार (objective type) का पेपर है जिसके अंतर्गत दो पेपर होते हैं: सामान्य अध्ययन I (GS 1) और सामान्य अध्ययन II (GS 2)।
GS-1 paper के syllabus के बारे में हम आपको बता चुके हैं, GS-1 paper में कुल 150 प्रश्न पूछे जाते हैं, जो कि कुल 200 अंकों के होते हैं और इस पेपर को करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है।
GS-2 या CSAT पेपर में कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं, जो कि कुल 200 अंकों के होते हैं और इस पेपर को करने के लिए भी 2 घंटे का समय दिया जाता है।
Paper-II एक qualifying परीक्षा होती है और इसे पास करने के लिए एक उम्मीदवार को 33% marks लाना अनिवार्य होता है। इस पेपर को पास करने वाले उम्मीदवार की Mains परीक्षा के लिए चुने जाते हैं। GS-1 और GS-2 पेपर offline होते हैं।
UPPSC PCS Mains Exam Pattern
प्रीलिम्स परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवारों का अगला पड़ाव होता है Mains Exam, यह यूपी पीसीएस परीक्षा की चयन प्रक्रिया का दूसरा चरण है। मुख्य परीक्षा वर्णात्मक (descriptive type) परीक्षा होती है।
यह एक लिखित परीक्षा होती है और इस परीक्षा में हिंदी और निबंध सहित आठ पेपर शामिल हैं। इस परीक्षा के लिए आपकी handwriting भी साफ होनी चाहिए अन्यथा आपके नंबर भी काटे जा सकते हैं।
Mains Exam में 8 पेपर होते हैं, जिनमें हिंदी और निबंध पेपर 150 अंकों के होते हैं और सामान्य अध्ययन के सभी पेपर 200 अंकों के होते हैं। कुल मिलाकर यह परीक्षा 1500 अंकों की होती है।
इंटरव्यू (UP PCS Interview)
मुख्य परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के लिए होता है। इंटरव्यू इस परीक्षा को पास करने का आखिरी पड़ाव माना जाता है। नए पैटर्न के अनुसार UP PCS इंटरव्यू 100 अंकों का होता है। जिसमें अभ्यर्थियों के सामान्य ज्ञान, नैतिक अखंडता, अपनी शक्तियों को व्यक्त करने की क्षमता, व्यक्तित्व और बुद्धिमत्ता का आकलन किया जाता है।
UP PCS Important Books
प्री एग्जाम की तैयारी के लिए कुछ पुस्तकों की जानकारी हम दे रहे हैं जो आपकी पढ़ाई को बेहतर करेंगी और आपके टॉपिक्स को स्पष्ट करने में काफी सहायक रहेंगी।
विषय | पुस्तक का नाम | लेखक का नाम |
---|---|---|
इतिहास | भारत का प्राचीन अतीत | आर.एस. शर्मा |
इतिहास | भारत का मध्यकालीन इतिहास | सतीश चंद्र |
इतिहास | आधुनिक भारत का इतिहास | बिपिन चंद्र |
भूगोल | भारत का भूगोल | माजिद हुसैन |
भूगोल | विश्व और भौतिक भूगोल | डी.आर. खुल्हर |
राजनीति | भारतीय राजनीति | एम. लक्ष्मीकांत |
अर्थव्यवस्था | भारतीय अर्थव्यवस्था | रमेश सिंह |
सामान्य विज्ञान | विज्ञान और प्रौद्योगिकी भारत में | रवि पी. अग्रहरि |
सामान्य अध्ययन | इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था और सामान्य विज्ञान | एनसीईआरटी की पुस्तकें |
ये पुस्तकें यूपी पीसीएस परीक्षा की तैयारी में व्यापक रूप से उपयोगी होती हैं। इनके माध्यम से विद्यार्थी विभिन्न विषयों पर गहन और सटीक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
UP PCS Ki Taiyari से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण टिप्स
टाइम मैनेजमेंट कैसे करें
यूपी पीसीएस एक कठिन परीक्षा है जिसमें हर बार लाखों बच्चे भाग लेते हैं, जिसके चलते इस परीक्षा का कॉम्पीटिशन काफी हाई लेवल का हो जाता है। इस परीक्षा में तैयारी करने के लिए समय प्रबंधन करना जरूरी है।
सिलेबस के अनुसार आपको एक सही टाइम टेबल बनाना होगा। आपको ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई को देना होगा। पढ़ाई का टाइम टेबल बनाकर आप अपने समय को सही तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं।
नोट्स बनाकर रखें
यूपी पीसीएस परीक्षा में पास होने के लिए डेली के नोट्स बनाकर उनको रिवाइज करना काफी जरूरी है।
मॉक टेस्ट और ऑनलाइन स्टडी
मॉक टेस्ट तब जरूरी हो जाता है जब आपका सिलेबस पूरा हो जाए, उसके बाद ही खुद की तैयारी को आंका जाता है। खुद के अच्छे कॉन्फिडेंस के लिए यह काफी अच्छा है। आप ऑनलाइन मॉक टेस्ट ले सकते हैं। टेलीग्राम चैनल्स में कई सारे मॉक टेस्ट मिलते रहते हैं। आप उन्हें सॉल्व कर सकते हैं।
साथ ही परीक्षा में स्मार्ट वर्क के लिए ऑनलाइन स्टडी भी महत्वपूर्ण है। इससे कम समय में आप अपने सिलेबस को पूरा कर सकते हैं। ऑनलाइन हमें कम समय में अच्छा स्टडी मटेरियल मिल जाता है जिसके लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है।
लाइब्रेरी की सहायता लें
लाइब्रेरी जाने की इम्पोर्टेंस यह है कि हम अपने स्टडी ऑवर को बढ़ा सकते हैं, और शांत माहौल में अच्छी पढ़ाई कर सकते हैं। अगर आपके आस-पास ज्यादा शोर-शराबा नहीं है और घर का भी माहौल शांत है तो आपके लिए घर पर पढ़ना ज्यादा बेहतर है।
प्रीवियस ईयर पेपर
प्रीवियस ईयर पेपर से हम परीक्षा पैटर्न समझ सकते हैं और जान सकते हैं कि पेपर में क्वेश्चन का लेवल किस तरह का है। अतः हमें पिछले 10 साल के सभी पेपर एक बार जरूर सॉल्व कर लेने चाहिए।
करंट अफेयर्स
करंट अफेयर्स हर परीक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके लिए डेली न्यूजपेपर, मंथली करंट अफेयर्स बुक तथा टेलीग्राम की मदद से आप अच्छी तरह पढ़ सकते हैं।
स्वास्थ्य का ध्यान रखें
किसी भी परीक्षा के लिए अच्छा स्वास्थ्य जरूरी है जिससे पढ़ाई बेहतर ढंग से हो सके। अतः अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए सुबह जल्दी उठ कर व्यायाम करें, वॉक करें। जरूरत से ज्यादा खाना न खाएं क्योंकि ऐसा करने से आलस आता है और मन पढ़ाई में नहीं लगता।
FAQs Related to UPPCS Exam Preparation
1- यूपी पीसीएस परीक्षा में Age limit कितनी है?
Ans- UPPSC PCS परीक्षा के लिए न्यूनतम आयु: 21 वर्ष और अधिकतम आयु: 40 वर्ष है। आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट दी जाती है।
2- UP PCS Full Form in Hindi and English?
Ans- उत्तर प्रदेश प्रांतीय सिविल सेवा (Uttar Pradesh Provincial Civil Services)
3- यूपी पीसीएस परीक्षा की योग्यता क्या है?
Ans- UPPSC PCS परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होना आवश्यक है।